इतना भागा था
एक शख्स के पीछे,
पाँव से ज्यादा
दिल थक गया मेरा।
बेचैनी सब देख चुके है हमारी,
अब सब्र देखना
इस कदर खामोश रहेंगे हम
की चीख उठोगे तुम।
शक तो था मोहब्बत में
नुकसान होगा,
पर सारा मेरा ही होगा
ये पता नहीं था।
पुराने दिन कहीँ याद न
आ जाएं,
इस खौफ से मै तेरी
तस्वीर नहीं देखता।
रिश्तो की कद्र कीजिये
क्यूकि फिर तस्वीर किसी की
कमी को पूरा नहीं कर सकती।
थोड़ा इंतजार ही कर लेते
वक़्त बुरा था दिल नहीं। .
तेरी आदत सी हो गयी थी हमें
नहीं तो मालूम तो हमे भी था,
की तू नसीब में नहीं।
बात अब बंद है उनसे
उनकी ख़ुशी के लिए।
इंतजार है मुझे जिंदगी के
आखिरी पन्ने का,
सुना है अंत में सब ठीक
हो जाता है।
जो अकेले में रोते हैं
उनके आँसू उनकी ताकत
बन जाते हैं।
तेरी सिर्फ एक निगाह ने खरीद लिया हमे,
बड़ा गुमान था हमें की हम बिकते नहीं।
घुटन सी होने लगी है इश्क़ जताते हुए,
मै खुद रूठ गया हूँ तुम्हे मनाते हुए।
गुलाब तो नहीं दिया हमने लेकिन,
मोहब्बत गुलाब देने वालो से ज्यादा थी।
मोहब्बत सब करते है लेकिन,
सब को मोहब्बत नहीं होती।
नाराजगी,डर,नफरत या फिर प्यार
कुछ तो जरूर है,
जो तुम मुझसे दूर-दूर रहते हो।
क्या लिखूं तेरी तारीफ़-ए-सूरत में यार
अल्फ़ाज़ कम पड़ रहे हैं,
तेरी मासूमियत देखकर।
खो गयी जिंदगी झमेलों और रुसवाई में,
शायद थोड़ा वक़्त लगेगा अब दिल की तुरपाई में।
ये वो दौर नहीं है की कुछ भी आखिरी हो,
अभी तमाम मंजर है जो पहली बार होने है।
जान कहते थे आप
अभी अंजान बोल रहे हो,
या तो झूठ बोलते हो
या अब बोल रहे हो।
हम सादगी में झुक क्या गए,
तुमने तो हमें गिरा हुआ समझ लिया।
न रास्तो ने साथ दिया
ना मंजिल ने इंतजार किया,
मै क्या लिखूँ अपनी जिंदगी पर
मेरे साथ तो उम्मीदों ने भी मजाक किया।
समेट के ले जाओ
अपने झूठे वादों के अधूरे किस्से,
अगली मोहब्बत में तुम्हे फिर
इनकी जरूरत होगी।
नींद आती थी जिसे
तेरे साथ बात करने के बाद,
सोच वो कैसे सो सकेगा
तेरे रूठ जाने के बाद।
फिर किसी मोड़ पर
मिल जाऊं तो मुँह फेर लेना,
पुराना इश्क़ हूँ
फिर उभरा तो कयामत होगी।
यूँ तो घूम लिया हमने जहां सारा
लेकिन तेरी गली की बात
ही कुछ और हैं।
ना जाने किस तरह का
इश्क़ कर रहे है हम,
जिसके हो नहीं सकते उसी के
हो रहे हैं हम।
मुलाकातें मुमकिन नहीं
ये अहसास है मुझे,
लेकिन मै याद बहुत करता हूँ
ये याद रखना।
चलो अच्छा हुआ की वो किसी और का हो गया,
खत्म हुई फ़िक्र उसे अपना बनाने की….!!!!
कितने शौक़ से छोड़ दिया तुमने बात करना,
जैसे सदियों से तेरे ऊपर कोई बोझ थे हम…!!!
झूठी मोहब्बत…. वफा के वादे….
साथ निभाने की कसमें…..
इतना सब किया तुमने,
सिर्फ मेरे साथ वक़्त गुजारने के लिए…..!!!!!
तू मुझे मिले या न मिले,
बस इतनी सी दुआ है की,
तुझे दुनिया की हर ख़ुशी मिले….!!!!
प्यार की काली सबके लिए खिलती नहीं,
हर दुआ सबकी कबूल होती नहीं ,
प्यार मिलता है किस्मत वालों को ,
पर सबकी किस्मत ऐसी होती नहीं।।
कभी खुशियों की चाह में रुलाती है ,
कभी दुखों की पनाह में रुलाती है ,
अजीब सिलसिला है ज़िन्दगी का ,
कभी इंतज़ार करके रुलाती है ,
और दिल तब टूट जाता है जब ऐतबार करके रुलाती है..
ना हम रहे दिल लगाने काबिल,
ना दिल रहा ग़म उठाने काबिल,
लगे उसकी यादों के जो ज़ख्म दिल पर,
ना छोड़ा उसमे मुस्कुराने के काबिल।।
ज़िन्दगी हैं नादान इसलिए चुप हूँ,
दर्द ही दर्द सुबह शाम इसलिए चुप हूँ
कह दू ज़माने से दास्तान अपनी,
उसमे आएगा तेरा नाम इसलिए चुप हूँ
मोहब्बत के भी कुछ अंदाज़ होते हैं,
जगती आँखों के भी कुछ ख्वाब होते हैं,
जरुरी नहीं के ग़म में आँसू ही निकले,
मुस्कुराती आँखों में भी शैलाब होते हैं।
रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हमने,
कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमने,
हमें मालूम है क्या चीज़ है मोहब्बत यारो,
घर अपना जला कर किये हैं उजाले हमने।
आपके बिन टूटकर बिखर जायेंगे,
मिल जायेंगे आप तो गुलशन की तरह खिल जायेंगे,
अगर न मिले आप तो जीते जी मर जायेंगे,
पा लिया जो आपको तो मर कर भी जी जायेंगे।
इस दिल को किसी की आस रहती है,
निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है,
तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही,
पर तेरे बेगैर जिन्दगी बड़ी उदास रहती है..
वो बात क्या करें जिसकी कोई खबर ना हो।
वो दुआ क्या करें जिसका कोई असर ना हो।
कैसे कह दे कि लग जाय हमारी उमर आपको।
क्या पता अगले पल हमारी उमर ना हो।
नफरतें लाख मिलीं पर मोहब्बत न मिली,
ज़िन्दगी बीत गयी मगर राहत न मिली,
तेरी महफ़िल में हर एक को हँसता देखा,
एक मैं था जिसे हँसने की इजाज़त न मिली।
बिन बात के ही रूठने की आदत है
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है
आप खुश रहें, मेरा क्या है
मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।
वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,
अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई
होले होले कोई याद आया करता है,
कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है,
उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं,
जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है।
हकीकत जान लो जुदा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले,
ये सोच लेना भुलाने से पहले,
बहुत रोई हैं आँखें मुस्कुराने से पहले.
दोस्तों हम उम्मीद करते है, कि आपको हमारी शायरी पसंद आयी होंगी आपको हमारी शायरी कैसी लगी।आप अपना सुझाव Comment Section में लिख सकते है,आपका सुझाव हमारे लिए महत्वपूर्ण है॥
धन्यवाद...
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