चांद रोज़ छत पर आकर इतराता बहुत था,
कल रात मैंने भी उसे तेरी तस्वीर दिखा दी।
अजीब सी बेताबी है तेरे बिना,
रह भी लेते है और रहा भी नही जाता।
तु मिल गई है तो मुझ पे नाराज है खुदा,
कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है।
अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,
हर खवाब मे बुलाया है तुझे,
क्यू न करे याद तुझ को,
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे।
दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था।
तेरे हुस्न को परदे की ज़रुरत ही क्या है,
कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद।
हमारी तडप तो कुछ भी नहीं है हुजुर,
सुना है कि आपके दिदार के लिए तो आइना भी तरसता है।
पूछते थे ना कितना प्यार है हमें तुम से,
लो अब गिन लो… ये बूँदें बारिश की।
क़यामत टूट पड़ती है ज़रा से होंठ हिलने पर,
जाने क्या हस्र होगा जब वो खुलकर मुस्कुरायेंगे।
पहली मुलाकात थी और हम दोनों ही बेबस थे,
वो अपनी जुल्फें न संभाल पाए और हम खुद को।
मुझसे जब भी मिलो तो नज़रें उठा के मिला करो,
मुझे पसंद है अपने आप को तेरी आँखों में देखना।
मै उसको चाँद कह दू ये मुमकिन तो है,
मगर... लोग उसे रात भर देखें ये मुझे गवारा नहीं।
कोई अजनबी ख़ास हो रहा है,
लगता है फिर प्यार हो रहा है।
कह दो अपने दांतों को, क़ि हद में रहें,
तेरे लबों पे बस मेरे लबों का हक़ है।
दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त तेरी,
बस एक बार तू कह दे कि, मैं अमानत हूं तेरी।
कुछ खास नहीं इन हाथों की लकीरों में,
मगर तुम हो तो एक लकीर ही काफी है।
खुदा करे, सलामत रहें दोनों हमेशा,
एक तुम और दूसरा मुस्कुराना तुम्हारा।
दोनों जानते है के, हम नहीं एक-दूसरे के नसीब में,
फिर भी मोहब्बत दिन-ब-दिन बे-पनाह होती जा रही है।
कितनी ख़ूबसूरत हो जाती है दुनिया,
जब कोई अपना कहता है की तुम बहुत याद आ रहे हो।
शान से हम तेरे दिल में रहेंगे,
तेरी मोहब्बत पे जान निसार करेंगे,
देख के जलेंगी हमे दुनिया सारी,
इस कदर बे-पनाह तुझे प्यार करेंगे।
जब से देखा है तेरी आँखो मे झाँक कर,
कोई भी आईना अच्छा नही लगता,
तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए है दीवाने,
तुम्हे कोई और देखे तो अच्छा नही लगता।
क्यू बार बार ताकते हो शीशे को,
नज़र लगाओगे क्या मेरी इकलौती मुहब्बत को…..!!!
तू चाँद और मैं सितारा होता,
आसमान में एक आशियाना हमारा होता,
लोग तुम्हे दूर से देखते,
नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता।
तेरी आवाज़ से प्यार है हमें,
इतना इज़हार हम कर नहीं सकते,
हमारे लिए तू उस खुदा की तरह है,
जिसका दीदार हम कर नहीं सकते।
हमें आदत नहीं हर एक पे मर मिटने की,
तुझे में बात ही कुछ ऐसी थी दिल ने सोचने की मोहलत ना दी।
कुछ ऐसा अंदाज था उनकी हर अदा में,
के तस्वीर भी देखूँ उनकी तो खुशी तैर जाती है चेहरे पे।
सारी दुनिया की खुशी अपनी जगह,
उन सबके बीच तेरी कमी अपनी जगह।
ए खुदा उन्हे हमेशा खुश रखना जिन्हे,
हम तुमसे भी पहले याद किया करते है।
लोग देखेंगे तो अफ़साना बना डालेंगे,
यूँ मेरे दिल में चले आओ की आहट भी न हो।
जिंदगी आ बैठ, ज़रा बात तो सुन,
मुहब्बत कर बैठा हूँ, कोई मशवरा तो दे।
एक बार उसने कहा था,
मेरे सिवा किसी से प्यार ना करना,
बस फिर क्या था,
तबसे मोहब्बत की नजर से हमने खुद को भी नहीं देखा।
हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।
वो न आए उनकी याद वफ़ा कर गई,
उनसे मिलने की चाह सुकून तबाह कर गई,
आहट दरवाज़े की हुई तो उठकर देखा,
मज़ाक हमसे हवा कर गई।
मोहब्बत के भी कुछ अंदाज होते है,
जगती आँखों के भी कुछ ख्वाब होते है,
जरूरी नहीं कि गम में ही आंसू निकलें,
मुस्कराती आँखों में भी सैलाब होते है है।
तुम वक़्त वक़्त पर प्यार की दवाइयाँ
दिया करो,
हमे आदत है रोज तेरे प्यार में बीमार
होने की।
तबाह होकर भी तबाही
दिखती नहीं,
ये इश्क़ है इसकी दवा कही
बिकती नहीं।
मरते तो तुझ पर लाखों होंगे,
मगर हम तो तेरे साथ मरना
चाहते हैं।
मेरी मोहब्बत बेजुबां होती रहीं,
दिल की धड़कने अपना वजूद खोती रहीं,
कोई नहीं आया मेरे दुःख में करीब,
एक बारिश थी जो मेरे साथ रोती रहीं।
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