15 August Independence Day Sayari in Hindi | स्वतंत्रता दिवस शायरी 2020
आन देश की शान देश की,
देश की हम संतान हैं.
तीन रंगों से रंगा तिरंगा,
अपनी ये पहचान है.
दिल हमारे एक है,
एक है हमारी जान.
हिंदुस्तान हमारा है,
हम है इसकी शान.
हर तूफान को मोड़ दे,
जो हिन्दोस्तान से टकराए.
चाहे तेरा सीना हो छलनी,
तिरंगा ऊँचा ही लहराए.
न पूछो ज़माने को,
की क्या हमारी कहानी है.
हमारी पहचान सिर्फ यह है,
की हम हिन्दुस्तानी है.
बुलबुल को गुल मुबारक,
गुल को चमन मुबारक.
हमको तो अपना प्यारा,
भारत वतन मुबारक.
मुझे चिंता नहीं है,
स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की.
तिरंगा हो कफ़न मेरा,
बस यही अरमान रखता हूँ.
तेरी याद साथ है,
किसी से कहूँ या ना कहूँ.
जो दिल की बात है,
तू मेरे वतन मेरे दिल के पास नहीं.
वतन की सर बुलंदी में,
हमारा नाम शामिल.
गुजरते रहना है हमको,
सदा ऐसे मुकामो से.
अभी भी जिसका खून न खौला,
खून नहीं वो पानी है.
जो देश के काम ना आये,
वो बेकार जवानी है.
उस धरती पर मैने जन्म लिया,
ये सोच के मैं इतराता हूँ.
भारत का रहने वाला हूँ,
भारत की बात सुनाता हूँ.
सरफरोशी की तमन्ना,
अब हमारे दिल में है.
देखना है जोर कितना,
बाजु ऐ कातिल में है.
मैं इसका हनुमान हूँ,
ये मेरा राम है.
छाती चीर कर देख लो,
अंदर बैठा हिंदुस्तान है.
जो भरा नहीं है भावो से,
बहती जिसमे रसधार नहीं.
वो हृदय नहीं वो पत्थर है,
जिसमे स्वदेश का प्यार नहीं.
गूँज रहा है,दुनिया में भारत का नगाडा..
चमक रहा है,आसमान में देश का सितारा…
आज़ादी के दिन आओ मिलके करें दुआ यही
की बुलंदीयों पर लहराता रहे तिरंगा हमारा…
तैरना है तो समंदर में तैरो
नदी नालों में क्या रखा है
प्यार करना है तो वतन से करो
इन बेवफा लोगों में क्या रखा है
ये बात हवाओ को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना
खूब बहती है अमन की गंगा बहने दो
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो
लाल हरे रंग में ना बाटों हमको
मेरे छत एक तिरंगा रहने दो
किसी को लगता हिन्दू खतरे में है
किसी को लगता मुसलमान खतरे में है
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों पता
चलेगा हमारा हिंदुस्तान खतरे में है
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूँद भी गरम लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम
नहीं होने देंगे
कुछ नशा तिरंगे की आन का है
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है
चलो आज फिर से वो नजारा याद कर ले
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर ले
जिसमे बहकर आजादी पहुंची थी किनारे
देशभक्तों के खून की वो धारा याद कर ले
मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूँ इस मात्र-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिए
ज़माने भर में मिलते है आशिक कई
मगर वतन से खुबसूरत कोई सनम नहीं होता
नोटों में भी लिपट कर सोनें में सिमटकर मरे है कई
मगर तिरंगे से खुबसूरत कोई कफ़न नहीं होता…
Desh Bhakti Shayari in Hindi
कहते है अलविदा हम अब इस जहान को
जा कर खुदा के घर से अब आया ना जाएगा
हमने लगाई आग है जो इंकलाब की
इस आग को किसी से बुझाया ना जाएगा
वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की
तोड़ता है दीवार नफरत की’
मेरी खुशनसीबी है मिली जिन्दगी इस चमन में
भुला न सके कोई खुशबू इसकी सातों जनम में
लुटता हुआ वतन देख कर जो खौला नहीं
सोचो ऐसे खून की रवानी किस काम की
कर्ज इस माटी का चुकाया बिना ढल जाए जो
बताओ दोस्तों वो जवानी किस काम की
शेर के शिकंजे से उसका शिकार छीन ले
शिकारी के हाथों से उसका समसीर छीन ले
और एक भी हिन्दुस्तानी के रगों में खून है जबतक
किसकी मजाल है जो हम से हमारा कश्मीर छीन ले
संस्कार और संस्कृति की शान मिले ऐसे
हिन्दू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले ऐसे
हम मिलजुल के रहे ऐसे की
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में राम मिले जैसे
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान है
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान है
रात के अंधियारों में
जबतक रुतबा रहेगा चाँद का
कारगिल की चोटियों पर
तब तक तिरंगा फहरता रहेगा शान का
धरती क्या आसमान में
डंका बजेगा हिंदुस्तान नाम का
कीमत करो शहीदों की
वो देश पर कुर्बान हुए
सिर्फ दो दिन की मोहताज नहीं है देशभक्ति
नागरिकों की एकता ही है देश की असल शक्ति
ना हिन्दू बन कर देखो
ना मुस्लिम बन कर देखो
बेटों की इस लड़ाई में
दुःख भरी भरत माँ को देखो
विकासित होता राष्ट्र हमारा
रंग लाती हर कुर्बानी है
फर्क से अपना परिचय देते
हम सारे हिन्दुस्तानी है
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धन्यवाद...
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